Music: Gyaneshwar dubey, गीत: दन दन दनई राहव | उदित नारायण, संगीत: ज्ञानेश्वर दुबे

Dan dan danait rahab lyrics
दन दन दनाइत रहब,
नाचैत गाबैत रहब।
करब नइ मनके उदास
किए तोरब हम अपन विश्वास

दन दन दनाइत रहब,
नाचैत गाबैत रहब।
करब नइ मनके उदास
किए तोरब हम अपन विश्वास
किए तोरब हम अपन विश्वास।

अगिला समय केर हमसभ प्रतिक छी हमर के आकत दाम याै
हम सभ जन्मलाै ओइ धरतीपर जतए लोभेलाह राम याै
मिलिक रहब नइँ नाता तोरब, टुटल डोरीके फेरसँ जोरब।
होएत सफल अपन मिथिलाके सपना, बाटब हम प्रेमक पलास
किए तोरब हम अपन विश्वास...
दन दन दनाइत रहब..

आगु बढैत पएर पाछु नइँ करब, बन्छित रहब नइ अधिकारसँ
छिनब ओसबटा जे हमर हिस्सा अछि, भेटत नइँ जँ प्यारसँ
टोलेट बनाउ आब टोल टोलमे, बिजुली लगबाउ घर घरमे
अपन अपनाब लेल,सबके पढाबए लेल बनि जाएब हम ढोलिया खबास
दन दन....
करब नइ मनके उदास

मेहनतसँ अपन फुल उगाएब, उचकाँ निचका परती पारत पर
बाैआ, भैया, बाबु, काकासँ कहबनि झुकि जेताह सब हमर आदर पर
सिमरक फुल नइ सेबैत रहब, छाहारि लए नइँ हम तरसैत रहब
मिथिलाके धरती अछि हृदय जगतके कहैए इ इतिहास।
किए तोरब हम अपन विश्वास..
दन दन...

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