Sundar
प्रणाम सम्पूर्ण मैथिली सङ्गीत प्रेमीलोकनिकेँ। हमर नव गीत रिलीज भेल अछि। सुनिक' स्नेह देबाक लेल सम्पूर्णमे आग्रह।
घोघे तरसँ देलेँ, तु जे मुसकी चौवनियाँ गे चान
गे चान, हरि लेलेँ मोनके अन्हरिया गे चान
घुमि घुमि देखलौँ हम सौसे ई धरतिया गे चान
गे चान, लागि गेलै तोरेसँ पिरितिया गे चान
माथक हमर चानन, हमर तोही छेँ पगरिया गे चान
गे चान, लागौ नइँ ककरो नजरिया गे चान
जनम जनम बिहुँसतै, हमर रूसल ई भगिया गे चान
गे चान, उगिहे हमरे नैनाके नगरिया गे चान
Sundar
प्रणाम सम्पूर्ण मैथिली सङ्गीत प्रेमीलोकनिकेँ। हमर नव गीत रिलीज भेल अछि। सुनिक' स्नेह देबाक लेल सम्पूर्णमे आग्रह।