Concept/Direction/Lyrics:- Krishna Kumar Mahato Music/Vocal: Pravesh Mallick


E Chhai Janakpur by Krishna Kumar Mahato, Parvesh Mallick
Song by Krishna Kumar Mahato, Pravesh Mallick
© Krishna Kumar Mahato, गीत: ई छै जनकपुर, संकल्पना/निर्देशन/गीत:- कृष्ण कुमार महतो संगीत/स्वर: प्रवेश मल्लिक


ई छै जनकपुर कृष्ण कुमार महतो, प्रवेश मल्लिक
गीत कृष्ण कुमार महतो, प्रवेश मल्लिक
© कृष्ण कुमार महतो

E Chhai Janakpur
हाै बाबु, हाै दिनकर दिनानाथ, राजा जनकके सवारी छियह।
हम अपने छोट , हमर छोट छोट बात,
टाइम लगल हमरा बुझा मे जनकपुरके बात
हम जे कहिँ ऒइ पर करु विचार
जो नइँ निक लागल त बन्द करु कान
इ छै जनकपुर आइयै लाखो गन्दा काम
पाप करे कोइ नाम केकरो बदनाम

ई छै जनकपुर
ई छै जनकपुर
ई छै जनकपुर
ई छै जनकपुर
ह रे

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
सार् सब

एता गुन्डा छै छौंरा
राज चले छौरी के
हे एत कतबो नङरी पट्कु गुलाम रहब मौगी के
यता के छै कलाकार
के छै पत्रकार
छै कोइ नै ठिक
यता ढिला सरकार
प्रतिनिधि हर जोतबा, चोरबा ठिकदार

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
मार बौ नै

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
बुझाई या

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
गतर्र के मोई छोरा देबौ

जय मधेश

मुद्दा नै मालुम केकरो मिथिला मधेश के
नेता बक्लोल आ बात करै देश के
यता बढ क्याम्पस आ विद्यार्थी नै क्लासमे
बेग ल घुमे गाजा के तलास मे
डाक्टर छै अरिजनल पढाई करे बाधमे
पेट मे समस्या ओपेरेशन करे टांग मे

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
भक निर्लज

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
बज्जर खस् तौ

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर

अलाख निरन्जन
कर्म धर्म सब माया का जाल है
जीवन शान्ति कुछ भी नहीं है

एता धर्म के नाम प चले गोरक धन्दा
महन्त आपना नाम प जमिन द दे चन्दा
माथ पर् टिकी , कापर पर् चानन
जय श्री राम, करे सीता के हरण
खुब गंगा नहाए ,
केकरो साफ नइँ मन
सब बेच बेच खाई जनकपुरके धन
कतुक धन कतुक मन् चुरी करे छना छन्
चारो देश बाहे गन्दा , हाबा सना सन्

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
कहै छे जे

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
हर्मिरो मचा देल कै ई छौरा
इ छै जनकपुर

भाइयो एबम बेहनो
cycle के चेनो
ढोर्बा मताइर के छोइर के सब के नमस्कार
देश चल्ता रहे गा मुदा नही छुटे गा

जेकरा नै कोनो इज्ज़त ऊ रोशन करे नाम
राजनीति क बल पर सब दिन चका जाम
चुनाब के time मे नेता पक्रे पैर हात
जखने भेटे खुर्शी सब के मारे लात
तैयो येताका जनता नै छोरे ओकर हात
चुनाब स पहिले अई य नोटे के बर्षात

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
मुह थुइर देबौ

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
कोर सर्का देबौ

इ छै जनकपुर
इ छै जनकपुर
देखैत जो देखैत जो
इ छै जनकपुर

जो छोर , चल हटा , धौ जाए दही ।।।

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